भारत सरकार ने महिलाओं और किसानों के कल्याण के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए 3177 करोड़ रुपये की राशि जारी की है। इसमें से 1553 करोड़ रुपये महिलाओं के लिए और 1624 करोड़ रुपये किसानों के लिए आवंटित किए गए हैं। यह राशि विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुंचाई जाएगी। इस कदम का उद्देश्य महिलाओं और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है।
महिलाओं के लिए 1553 करोड़ रुपये
सरकार ने महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए 1553 करोड़ रुपये की राशि जारी की है। यह राशि विभिन्न योजनाओं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला शक्ति केंद्र और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत उपयोग की जाएगी।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना: इस योजना का उद्देश्य लड़कियों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा देना है।
- महिला शक्ति केंद्र: यह केंद्र महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराएंगे।
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना: इस योजना के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
किसानों के लिए 1624 करोड़ रुपये
किसानों के लिए जारी की गई 1624 करोड़ रुपये की राशि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान) और अन्य कृषि संबंधी योजनाओं के तहत उपयोग की जाएगी।
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना: इस योजना के तहत किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती है।
- कृषि सिंचाई योजना: इस योजना के तहत किसानों को सिंचाई सुविधाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- फसल बीमा योजना: इस योजना के तहत किसानों को फसल नुकसान के मामले में वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
योजनाओं का उद्देश्य
सरकार का उद्देश्य इन योजनाओं के माध्यम से महिलाओं और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। यह राशि उनकी आय में वृद्धि करने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने में मदद करेगी।
सरकार द्वारा महिलाओं और किसानों के लिए जारी की गई 3177 करोड़ रुपये की राशि एक सराहनीय कदम है। यह राशि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुंचाई जाएगी और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी। महिलाओं और किसानों के लिए यह कदम निश्चित रूप से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
अधिक जानकारी के लिए संबंधित विभागों की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।